Saturday, September 12, 2009

पत्रकार बड़ा या सम्पादक ?

अभी अभी मेरे मन मे सवाल उठा की पत्रकार बड़ा है या सम्पादक? मैं जानता हूँ कि कई सारे मायनों मे हमेशा संपादक ही बड़ा होता आया है। लेकिन फ़िर भी सवाल है कि जाने का नाम ही नही ले रहा। कभी कभी सोचता हूँ कि पत्रकारिता ज्यादा बड़ी चीज हो सकती है। है भी। आखिरकार सम्पादक भी पत्रकार ही होता है। लेकिन फील्ड मे जाकर खबरें जुटाना, उन्हें पेश करना, ख़बर बड़ी है या छोटी, ये समझना और फ़िर उसी अंदाज मे ख़बर लिखना, ये तो एक पत्रकार होता है। लेकिन सम्पादक- पत्रकार की लिखी गई ख़बर को किल करना या फ्रंट पेज पे छापना। ये सारे निर्णय लेना, उसके बिना तो ये हो ही नही सकता.....बहुत बड़ी गुत्थी है ताऊ रामपुरिया, बूझो तो जाने...पत्रकार बड़ा या संपादक ?

1 comment:

  1. ई तो ससुरा कभी सोचेई नहीं....... चलो अभी सोचे लेते हैं..!!!!

    http://nayikalam.blogspot.com/

    ReplyDelete